जीवों में श्वसन की अवधारणा
परिभाषा: श्वसन वह प्रक्रिया है जिसमें जीव भोजन (ग्लूकोज) को तोड़कर ऊर्जा प्राप्त करते हैं। उदाहरण: मानव भोजन से ऊर्जा लेकर दौड़ता है।
- श्वसन सभी जीवित प्राणियों—जन्तु, पौधे, सूक्ष्मजीव—में होता है।
- यह कोशिकाओं में ऊर्जा उत्पादन का मुख्य स्रोत है। उदाहरण: मछली पानी से ऑक्सीजन लेकर श्वसन करती है।
- ऊर्जा एटीपी (एडिनोसिन ट्राइफॉस्फेट) के रूप में संग्रहित होती है।
श्वसन की आवश्यकता
परिभाषा: श्वसन जीवों को ऊर्जा, वृद्धि, और जीवन प्रक्रियाओं (जैसे चलना, सोचना) के लिए आवश्यक है। उदाहरण: बच्चे को खेलने के लिए श्वसन से ऊर्जा मिलती है।
महत्व:
- ऊर्जा शरीर के कार्यों, जैसे हृदय गति, मांसपेशी संकुचन, के लिए जरूरी है।
- वृद्धि और कोशिका मरम्मत के लिए। उदाहरण: पौधे श्वसन से ऊर्जा लेकर बढ़ते हैं।
- पारिस्थितिकी तंत्र में ऑक्सीजन और CO₂ चक्र बनाए रखता है।
श्वसन की प्रक्रिया
परिभाषा: श्वसन में ऑक्सीजन का उपयोग कर ग्लूकोज का ऑक्सीकरण होता है, जिससे ऊर्जा, CO₂, और पानी निकलता है। उदाहरण: मानव में ग्लूकोज ऑक्सीजन के साथ टूटकर ऊर्जा देता है।
प्रकार:
- ऑक्सी श्वसन: ऑक्सीजन की उपस्थिति में होता है। समीकरण: C₆H₁₂O₆ + 6O₂ → 6CO₂ + 6H₂O + ऊर्जा। उदाहरण: मानव फेफड़ों में ऑक्सी श्वसन।
- अनॉक्सी श्वसन: ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में होता है, कम ऊर्जा देता है। उदाहरण: यीस्ट ग्लूकोज को इथेनॉल और CO₂ में तोड़ता है।
मानव में श्वसन तंत्र
परिभाषा: मानव श्वसन तंत्र वह प्रणाली है जो ऑक्सीजन को शरीर में ले जाती है और CO₂ को बाहर निकालती है। उदाहरण: सांस लेते समय फेफड़े ऑक्सीजन ग्रहण करते हैं।
अंग:
- नाक: हवा को छानती है। उदाहरण: धूल नाक के बालों में फंसती है।
- श्वासनली (ट्रेकिया): हवा को फेफड़ों तक ले जाती है।
- फेफड़े: श्वसन के मुख्य अंग, गैस आदान-प्रदान करते हैं।
- वायुकोष (एल्वियोली): ऑक्सीजन रक्त में और CO₂ बाहर। उदाहरण: रक्त में ऑक्सीजन हीमोग्लोबिन से बंधती है।
- डायाफ्राम और पसलियां: सांस लेने-छोड़ने में मदद करते हैं।
प्रक्रिया:
- सांस लेना: डायाफ्राम नीचे खिंचता है, फेफड़े फैलते हैं।
- सांस छोड़ना: डायाफ्राम ऊपर उठता है, फेफड़े सिकुड़ते हैं।
- श्वसन दर: सामान्यतः 12-20 बार/मिनट, व्यायाम में बढ़ती है। उदाहरण: दौड़ने पर सांस तेज होती है।
अन्य जन्तुओं में श्वसन की प्रक्रिया और अंग
परिभाषा: विभिन्न जन्तुओं में श्वसन अंग उनकी प्रकृति और पर्यावरण के अनुकूल होते हैं। उदाहरण: मछली गलफड़ों से श्वसन करती है।
प्रकार:
- मछलियां: गलफड़े पानी से ऑक्सीजन लेते हैं। उदाहरण: मछली पानी में CO₂ निकालती है।
- मेंढक: त्वचा (नम) और फेफड़ों से श्वसन। उदाहरण: मेंढक की नम त्वचा ऑक्सीजन लेती है।
- कीड़े: श्वासरंध्र और श्वासनलियों से। उदाहरण: तितली श्वासरंध्रों से हवा लेती है।
- केंचुआ: नम त्वचा से विसरण द्वारा। उदाहरण: केंचुआ मिट्टी में नम रहकर श्वसन करता है।
- स्तनधारी: फेफड़ों से। उदाहरण: गाय फेफड़ों से सांस लेती है।
- एककोशिकीय जन्तु (अमीबा, हाइड्रा): विसरण से। उदाहरण: अमीबा कोशिका झिल्ली से ऑक्सीजन लेता है।
पौधों में श्वसन
परिभाषा: पौधों में श्वसन वह प्रक्रिया है जिसमें ग्लूकोज टूटकर ऊर्जा देता है, दिन-रात चलती है। उदाहरण: पौधे रात में रंध्रों से ऑक्सीजन लेते हैं।
विशेषताएँ:
- पत्तियों में रंध्र (stomata) गैस आदान-प्रदान करते हैं। उदाहरण: तुलसी के पत्ते रंध्रों से CO₂ छोड़ते हैं।
- तनों में वातरंध्र (lenticels) श्वसन में मदद करते हैं।
- जड़ें मिट्टी से विसरण द्वारा ऑक्सीजन लेती हैं। उदाहरण: गेहूं की जड़ें मिट्टी से ऑक्सीजन लेती हैं।
- उत्पाद: CO₂, पानी, ऊर्जा।
- अनॉक्सी श्वसन: पानी भरी मिट्टी में, ग्लूकोज इथेनॉल और CO₂ बनता है। उदाहरण: धान के पौधे।
प्रकाश संश्लेषण और श्वसन: प्रकाश संश्लेषण दिन में, श्वसन 24 घंटे। पौधे प्रकाश संश्लेषण से बने ग्लूकोज का श्वसन में उपयोग करते हैं।
श्वसन का महत्व
- श्वसन जीवन प्रक्रियाओं के लिए ऊर्जा देता है। उदाहरण: शेर श्वसन से ऊर्जा लेकर शिकार करता है।
- पारिस्थितिकी तंत्र में ऑक्सीजन और CO₂ चक्र बनाए रखता है।
- अनॉक्सी श्वसन विशेष परिस्थितियों में जीवों को जीवित रखता है। उदाहरण: यीस्ट बिना ऑक्सीजन के शराब बनाता है।