पौधों में पोषण

DIKSHA लिंक: https://diksha.gov.in/dial/8G864B

विस्तृत नोट्स

पौधों में पोषण की अवधारणा

परिभाषा: पौधों में पोषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पौधे अपना भोजन और ऊर्जा प्राप्त करते हैं। उदाहरण: गेहूं का पौधा प्रकाश-संश्लेषण द्वारा भोजन बनाता है।

  • पौधे मुख्यतः स्वपोषी होते हैं, अर्थात् वे अपना भोजन स्वयं बनाते हैं।
  • कुछ पौधे परजीवी या कीटभक्षी होते हैं, जो अन्य स्रोतों से पोषण लेते हैं। उदाहरण: कस्कूटा (परजीवी), पिचर प्लांट (कीटभक्षी)।

प्रकाश-संश्लेषण

परिभाषा: प्रकाश-संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसमें हरे पौधे सूर्य के प्रकाश का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से ग्लूकोज और ऑक्सीजन बनाते हैं। उदाहरण: चावल का पौधा सूर्य की रोशनी में भोजन बनाता है।

प्रकाश-संश्लेषण की प्रक्रिया:

  • स्थान: पत्तियों में, विशेष रूप से क्लोरोप्लास्ट में।
  • क्लोरोफिल: हरा रंगद्रव्य जो सूर्य का प्रकाश अवशोषित करता है। उदाहरण: पालक की पत्तियों का हरा रंग।
  • आवश्यक तत्व: सूर्य का प्रकाश, कार्बन डाइऑक्साइड, पानी।
  • उत्पाद: ग्लूकोज (ऊर्जा का स्रोत), ऑक्सीजन (वातावरण में मुक्त)।
  • रासायनिक समीकरण: 6CO₂ + 6H₂O + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ + 6O₂।
  • रंध्र (stomata): पत्तियों में छोटे छिद्र जो गैसों (CO₂, O₂) के आदान-प्रदान में मदद करते हैं। उदाहरण: पत्ती की सतह पर रंध्र गैस विनिमय करते हैं।

उपयोग:

  • ग्लूकोज पौधों को ऊर्जा और वृद्धि के लिए पोषण देता है।
  • ऑक्सीजन जीवों के श्वसन के लिए आवश्यक है।

स्वपोषी पौधे

परिभाषा: स्वपोषी पौधे वे हैं जो प्रकाश-संश्लेषण द्वारा अपना भोजन स्वयं बनाते हैं। उदाहरण: गेहूं, चावल, मक्का।

विशेषताएँ:

  • इनमें क्लोरोफिल होता है।
  • जड़ों द्वारा मिट्टी से पानी और खनिज लवण अवशोषित करते हैं। उदाहरण: मटर की जड़ें नाइट्रोजन अवशोषित करती हैं।
  • जाइलम पानी और खनिजों को पत्तियों तक ले जाता है।
  • फ्लोएम भोजन (ग्लूकोज) को पौधे के अन्य भागों तक पहुंचाता है।

परजीवी पौधे

परिभाषा: परजीवी पौधे अपने पोषण के लिए मेजबान पौधों पर निर्भर करते हैं। उदाहरण: कस्कूटा (अमरबेल)।

प्रकार:

  • पूर्ण परजीवी: जैसे कस्कूटा, जिसमें क्लोरोफिल नहीं होता और यह मेजबान से सारा भोजन लेता है। उदाहरण: कस्कूटा नीम पर लिपटकर पोषक तत्व चूसता है।
  • अर्ध-परजीवी: जैसे मिस्टलटो, जो कुछ भोजन स्वयं बनाता है लेकिन पानी और खनिज मेजबान से लेता है। उदाहरण: मिस्टलटो आम के पेड़ पर।

कीटभक्षी पौधे

परिभाषा: कीटभक्षी पौधे कीटों को पकड़कर नाइट्रोजन जैसे पोषक तत्व प्राप्त करते हैं। उदाहरण: पिचर प्लांट, वीनस फ्लाईट्रैप।

विशेषताएँ:

  • ये दलदली, नाइट्रोजन-कम मिट्टी में उगते हैं।
  • पिचर प्लांट में घट के आकार का पत्ता कीटों को फंसाता है। उदाहरण: मक्खी घट में फंसकर पच जाती है।
  • वीनस फ्लाईट्रैप में संशोधित पत्तियाँ कीटों को जाल में फंसाती हैं। उदाहरण: कीट स्पर्श करने पर पत्तियाँ बंद हो जाती हैं।
  • कीटों से नाइट्रोजन प्राप्त कर प्रोटीन बनाते हैं।

पौधों में पोषक तत्वों का संचरण

परिभाषा: पौधों में पोषक तत्वों का संचरण जाइलम और फ्लोएम के माध्यम से होता है। उदाहरण: जड़ों से पत्तियों तक पानी का प्रवाह।

प्रक्रिया:

  • जाइलम: पानी और खनिज (जैसे नाइट्रोजन, फॉस्फोरस) जड़ों से पत्तियों तक ले जाता है।
  • फ्लोएम: ग्लूकोज को पौधे के विभिन्न भागों (जैसे फल, बीज) तक पहुंचाता है।
  • जड़ों की रोम (root hairs): पानी और खनिजों का अवशोषण। उदाहरण: मटर की जड़ें मिट्टी से पोटैशियम अवशोषित करती हैं।

सहजीवन और नाइट्रोजन स्थिरीकरण

परिभाषा: सहजीवन वह संबंध है जिसमें पौधे और बैक्टीरिया एक-दूसरे को लाभ पहुंचाते हैं। उदाहरण: मटर और राइजोबियम बैक्टीरिया।

नाइट्रोजन स्थिरीकरण:

  • राइजोबियम बैक्टीरिया नाइट्रोजन को पौधों के लिए उपयोगी रूप में बदलते हैं।
  • पौधे बैक्टीरिया को भोजन और आवास प्रदान करते हैं। उदाहरण: मटर की जड़ों में राइजोबियम नाइट्रोजन स्थिर करता है।
  • नाइट्रोजन प्रोटीन और क्लोरोफिल निर्माण के लिए आवश्यक है।

पौधों में भोजन का संग्रहण और श्वसन

परिभाषा: पौधे भोजन को स्टार्च के रूप में संग्रहित करते हैं। उदाहरण: आलू में स्टार्च संग्रह।

श्वसन:

  • रात में पौधे ऑक्सीजन लेकर ग्लूकोज को तोड़कर ऊर्जा प्राप्त करते हैं।
  • श्वसन में कार्बन डाइऑक्साइड निकलता है। उदाहरण: रात में पौधे CO₂ छोड़ते हैं।

पौधों का पर्यावरणीय महत्व

  • प्रकाश-संश्लेषण पृथ्वी पर ऑक्सीजन का मुख्य स्रोत है।
  • पौधे कार्बन डाइऑक्साइड कम कर पर्यावरण शुद्ध करते हैं। उदाहरण: वृक्ष वायु प्रदूषण कम करते हैं।
  • पौधों में पोषण पारिस्थितिकी तंत्र का आधार है।

सारांश (एक पंक्ति के तथ्य)

  1. पौधों में पोषण भोजन प्राप्त करने की प्रक्रिया है।
  2. पौधे मुख्यतः स्वपोषी होते हैं।
  3. प्रकाश-संश्लेषण पौधों की भोजन बनाने की प्रक्रिया है।
  4. प्रकाश-संश्लेषण में सूर्य का प्रकाश उपयोग होता है।
  5. प्रकाश-संश्लेषण पत्तियों में होता है।
  6. क्लोरोफिल पत्तियों को हरा रंग देता है।
  7. क्लोरोफिल सूर्य का प्रकाश अवशोषित करता है।
  8. प्रकाश-संश्लेषण में CO₂ और पानी का उपयोग होता है।
  9. प्रकाश-संश्लेषण का उत्पाद ग्लूकोज और ऑक्सीजन है।
  10. रासायनिक समीकरण: 6CO₂ + 6H₂O + प्रकाश → C₆H₁₂O₆ + 6O₂।
  11. ग्लूकोज पौधों के लिए ऊर्जा का स्रोत है।
  12. ऑक्सीजन प्रकाश-संश्लेषण में वातावरण में मुक्त होती है।
  13. रंध्र गैसों के आदान-प्रदान में मदद करते हैं।
  14. रंध्र CO₂ ग्रहण और O₂ छोड़ते हैं।
  15. प्रकाश-संश्लेषण के लिए प्रकाश, पानी, CO₂ आवश्यक हैं।
  16. स्वपोषी पौधे भोजन स्वयं बनाते हैं।
  17. गेहूं, चावल, मक्का स्वपोषी पौधे हैं।
  18. जड़ें मिट्टी से पानी और खनिज अवशोषित करती हैं।
  19. नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटैशियम महत्वपूर्ण पोषक हैं।
  20. जड़ों की रोम पानी और खनिज अवशोषित करती हैं।
  21. जाइलम पानी और खनिज पत्तियों तक ले जाता है।
  22. फ्लोएम भोजन को पौधे के भागों तक पहुंचाता है।
  23. कुछ पौधे स्वपोषी नहीं होते।
  24. परजीवी पौधे मेजबान पर निर्भर होते हैं।
  25. कस्कूटा पूर्ण परजीवी पौधा है।
  26. कस्कूटा में क्लोरोफिल नहीं होता।
  27. कस्कूटा मेजबान से पोषक तत्व चूसता है।
  28. मिस्टलटो अर्ध-परजीवी पौधा है।
  29. मिस्टलटो पानी और खनिज मेजबान से लेता है।
  30. कीटभक्षी पौधे कीटों से पोषण लेते हैं।
  31. पिचर प्लांट कीटों को घट में फंसाता है।
  32. वीनस फ्लाईट्रैप कीटों को जाल में फंसाता है।
  33. कीटभक्षी पौधे नाइट्रोजन की कमी पूरा करते हैं।
  34. कीटभक्षी पौधे दलदली मिट्टी में उगते हैं।
  35. पौधे भोजन को स्टार्च के रूप में संग्रहित करते हैं।
  36. प्रकाश-संश्लेषण दिन में होता है।
  37. पौधे रात में श्वसन करते हैं।
  38. श्वसन में पौधे O₂ लेते और CO₂ छोड़ते हैं।
  39. प्रकाश-संश्लेषण और श्वसन संतुलन बनाए रखते हैं।
  40. नाइट्रोजन प्रोटीन और क्लोरोफिल के लिए जरूरी है।
  41. उर्वरक मिट्टी में नाइट्रोजन की कमी पूरा करते हैं।
  42. मटर की जड़ों में राइजोबियम बैक्टीरिया होते हैं।
  43. राइजोबियम नाइट्रोजन को उपयोगी रूप में बदलते हैं।
  44. पौधे और बैक्टीरिया में सहजीवन होता है।
  45. सहजीवन में दोनों को लाभ होता है।
  46. प्रकाश-संश्लेषण ऑक्सीजन का मुख्य स्रोत है।
  47. पौधे CO₂ कम कर पर्यावरण शुद्ध करते हैं।
  48. पौधों में पोषण पारिस्थितिकी तंत्र का आधार है।
  49. क्लोरोप्लास्ट प्रकाश-संश्लेषण का स्थान है।
  50. पौधे स्टार्च को जड़ों, तनों, फलों में संग्रहित करते हैं।

बहुविकल्पीय प्रश्न

1. पौधों में पोषण क्या है?





2. पौधे मुख्यतः कैसे होते हैं?





3. प्रकाश-संश्लेषण की मुख्य प्रक्रिया कहाँ होती है?





4. पत्तियों का हरा रंग किसके कारण होता है?





5. प्रकाश-संश्लेषण में क्या उपयोग होता है?





6. प्रकाश-संश्लेषण का मुख्य उत्पाद क्या है?





7. प्रकाश-संश्लेषण की रासायनिक समीकरण क्या है?





8. रंध्र (stomata) का कार्य क्या है?





9. स्वपोषी पौधों का उदाहरण क्या है?





10. जड़ों की रोम का कार्य क्या है?





11. जाइलम का कार्य क्या है?





12. फ्लोएम का कार्य क्या है?





13. परजीवी पौधे किस पर निर्भर होते हैं?





14. कस्कूटा किस प्रकार का पौधा है?





15. मिस्टलटो किस प्रकार का पौधा है?





16. कीटभक्षी पौधों का उदाहरण क्या है?





17. पिचर प्लांट कैसे कीटों को फंसाता है?





18. वीनस फ्लाईट्रैप कैसे कीटों को पकड़ता है?





19. कीटभक्षी पौधे कहाँ पाए जाते हैं?





20. पौधे भोजन को किस रूप में संग्रहित करते हैं?





21. प्रकाश-संश्लेषण कब होता है?





22. श्वसन में पौधे क्या छोड़ते हैं?





23. नाइट्रोजन पौधों के लिए क्यों जरूरी है?





24. राइजोबियम बैक्टीरिया का कार्य क्या है?





25. सहजीवन क्या है?





26. प्रकाश-संश्लेषण पृथ्वी पर क्या प्रदान करता है?





27. पौधे पर्यावरण को कैसे शुद्ध करते हैं?





28. मिट्टी में नाइट्रोजन की कमी को कैसे पूरा किया जाता है?





29. मटर के पौधे में नाइट्रोजन स्थिरीकरण कौन करता है?





30. पौधों में पोषण का क्या महत्व है?